क्या है मौसम संशोधन प्रणाली (Weather Modification System): क्यों चीन ने इसको विकसित किया है?

क्या है मौसम संशोधन प्रणाली (Weather Modification System): क्यों चीन ने इसको विकसित किया है?

चीन की स्टेट काउंसिल ने हाल ही में घोषणा की है कि उनके देश के पास 2025 तक खुद की एक “विकसित मौसम संशोधन प्रणाली” (Weather Modification System) होगी। जो कृत्रिम वर्षा (Artificial Rain) के साथ 1.35 बिलियन एकड़ (5.5 मिलियन वर्ग किलोमीटर) के कुल क्षेत्रफल को कवर करेगी और ओला वृष्टि के साथ लगभग 143 मिलियन एकड़ (580,000 वर्ग) क्षेत्रफल को कवर करेगी।

चीन की स्टेट काउंसिल के एक बयान में स्पष्ट कहा गया है कि “चीन के पास 2025 तक एक विकसित मौसम संशोधन प्रणाली (Weather Modification System) होगी, जिसमें प्रमुख अनुसंधानों में विकास के लिए Research & Development,आधुनिकीकरण (Modernization) और परिष्कृत सेवाओं में निरंतर सुधार, सुरक्षा जोखिमों के खिलाफ व्यापक रोकथाम में विशिष्ट वृद्धि और सिस्टम और नीति वातावरण में अनुकूलन शामिल हैं”।

Weather Modification System
Source: Google

बयान में इस बात पर खास ध्यान दिया गया है कि 2035 तक चीन का मौसम संशोधन (Weather Modification System) दुनिया भर में उन्नत स्तर पर होना चाहिए।

बयान में यह भी मुख्य तौर पर कहा गया है कि मौसम संशोधन (Weather Modification System) को कई प्रमुख क्षेत्रों में अपने Service Backup को तेज करना चाहिए|

उदहारण के तौर पर सूखे और ओलों जैसी भयंकर आपदाओं के लिए आकलन करना और कृषि उत्पादन के क्षेत्रों में संबंधित कार्य, पारिस्थितिक संरक्षण और बहाली की आवश्यकता वाले क्षेत्रों के लिए सामान्यीकृत कार्य योजना और साथ ही प्रमुख आपातकालीन प्रतिक्रियायें जैसे जंगल या घास के मैदानों में लगी आग और असामान्य रूप से उच्च तापमान या फिर सूखे जैसी घटनाएँ”।

Cloud Seeding uses for Weather Modification System:

चीन के इन प्रयोगों का अंतिम परिणाम क्या होगा, इसकी जाँच होना अभी बाकी है। हालाँकि, एक बात सुनिश्चित है और वो यह है कि मौसम संशोधन (Weather Modification) के साथ चीन का खिलौने वाला यह खेल पहला मौका नहीं है।

2008 के बीजिंग ओलंपिक में, चीन ने खुले आसमान के नीचे आयोजित किये गए उद्घाटन समारोह के दौरान बारिश को रोकने के लिए Cloud Seeding का इस्तेमाल किया। यहाँ पर चीन की सरकार का लक्ष्य यह था कि ओलम्पिक के उद्घाटन आयोजन को किसी भी हालत में सुखद मौसम में ही कराया जाए।

Weather Modification System
Source: Google

क्लाउड सीडिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जो बादलों से होने वाली वर्षा की मात्रा और वर्षा के प्रकार को बदलने का प्रयास करती है। यहाँ पर हवा में पदार्थों को फैलाकर ऐसा किया जाता है जो बादलों के लिए संघनित्र (Condenser) के रूप में काम करता है।

ये सभी पदार्थ, जिन्हें Ice Nuclei के रूप में भी जाना जाता है, बादलों के भीतर Microphysical Activities को बदलते हैं। अंतिम परिणाम यहाँ पर यह है कि बारिश के बादल या बर्फ के गुच्छे आप सभी कुछ अपने हिसाब से कंट्रोल कर सकते हैं।

Read Also: Artificial Sun: चीन के नकली सूरज का असली सच

Science