Coronavirus: How Dangerous is the Double Mutation of Coronavirus

Coronavirus: How Dangerous is the Double Mutation of Coronavirus

Coronavirus महामारी भारत और दुनिया के लिए एक साल से अधिक समय से अभूतपूर्व संकट बना हुआ है। अब भी, टीकों (Vaccines) के आगमन के बावजूद, हमारी लड़ाई Coronavirus से समाप्त नहीं हुई है। कोरोना वायरस के नए नए Mutations और Variants हमारी समस्याओं को लगातार बढ़ा रहे हैं।

01) Double Mutant Coronavirus Mutation discovered in India

Coronavirus के Kent Variant और South African Virus Variant की खोज के बाद, एक और नया Mutant है जिसने भारत उत्पात रखा है। हालिया रिपोर्टों के अनुसार, भारत में SARS-COV-2 के कारण COVID-19 के एक नए ‘Double Mutant Variant’ का पता चला है, इसके अलावा भारत में 18 से अधिक राज्यों में यह Double Mutant Virus देखा गया है साथ ही इसके अन्य Variant भी भारत में अपना असर दिखा रहा है।

Coronavirus
Source: Google

यह खबर ऐसे समय में आई है जब भारत में संक्रमण रिकॉर्ड स्तर को पार कर गया है और खतरा दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। इस दौरान कई राज्य नए सिरे से लॉकडाउन लगाने के कगार पर हैं। 

कई विशेषज्ञों को यह भी डर है कि नए Mutant Strain के खतरनाक प्रसार से भारत में संक्रमण की दूसरी लहर पहले की तुलना में कहीं ज्यादा बदतर हो सकती है, यहाँ तक ​​कि अधिकारियों ने भारत की लाखों लोगों की जोखिम में होने की बात बोली है।

Read Also: 5 Ways to Save Images from Google Docs to Your Computer

02) What is the Double Mutant Variant of Coronavirus?

Virus कई तरह के Variants में Mutate और Re-Emerge होकर पुन: उभर आते हैं। हाल के महीनों में, यह वायरस का Mutation खतरनाक Kent, Brazilian Variant और South African Variant के प्रसार के लिए जिम्मेदार हैं, जोकि कई गुना अधिक संक्रामक हैं।

Coronavirus
Source: Google

एक Double Mutant Variant इस प्रकार उभरता है कि जब वायरस के दो अलग अलग Mutant एक तीसरे Super Infectious Strain को बनाने के लिए एक साथ आ जाते हैं।

आजकल, भारत में घूम रहे Double Mutant की पहचान सबसे पहले महाराष्ट्र राज्य में हुई थी, जो अपने Viral Infection के खतरनाक रूप से बहुत तेजी से संक्रमण को बढ़ा रहा है। Genome Sequencing और Sample Testing से इस बात की पुष्टि हुई है कि Positive Cases में दिसंबर महीने के बाद से E484Q और L452R Mutation में काफी तेज वृद्धि हुई है।

E484Q Mutation जोकि घरेलू Mutation है और L452R Mutation जोकि उम्मीद है कि यह USA से भारत में आया है।

03) How Dangerous is it really?

अब तक जो कुछ भी देखा गया है, उसमें SARS-COV -2 Mutant का Genomic Sequence शरीर में Immune Defence System को खत्म करने और अधिक जटिलताओं का कारण बनता है।

Double Cross Mutant
Source: Google

महामारी विज्ञानियों (Epidemiologists) का मानना ​​है कि न केवल Double Mutant Variant काफी बड़ी संख्या में जो मामले सामने आ रहे हैं, उसके पीछे ज़िम्मेदार है बल्कि यह हमारे शरीर के Immune System को धता बताकर और Antibodies के लिए भी अत्यधिक प्रतिरोधी होने की क्षमता रखता है। 

Double Mutant Variant खतरनाक इसलिए भी है क्योंकि यह न केवल शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune System) से बच सकता है बल्कि शरीर के अंदर संक्रमण (Infection) को भी बहुत तेजी से फैलाता है।

04) Is it Responsible for India’s Second Wave of Infections?

Coronavirus के Double Mutant Variant के प्रसार को रोकने के लिए कई प्रबंध करने के बाद भी पूरे भारत में एक के बाद एक मामले बढ़ रहे हैं। हालाँकि इस बात का समर्थन करने के लिए हमारे पास कोई ठोस सबूत नहीं है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना ​​है कि COVID-19 के मामलों में उछाल के लिए Double Cross Mutation को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। अब तो हर दूसरे मामले में इस Double Mutant Variant का नाम सामने आ रहा है।

Lockdown in India
Source: Google

महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, पंजाब, केरल, दिल्ली, कर्नाटक जैसे राज्य वर्तमान में एक डरावने संक्रमण से जूझ रहे हैं। इन सभी राज्यों में Coronavirus के लगभग 12 से 13 अलग अलग Mutant सामने आ चुके है। बल्कि यह भी डराने वाली की बात है कि पिछले Mutations से 70 गुना अधिक संक्रामक Kent और Brazilian Variant को भारत में अब आसानी से देखा जा रहा है। ये Double Mutant Virus बहुत ही तेजी से COVID ​​-19 के खिलाफ भारत की इस दूसरी लड़ाई में कई सकारात्मक मामले (Positive Cases) बहुत ही तेजी से जोड़ रहा हैं ।

हालांकि, अभी भी, स्वास्थ्य मंत्रालय (Ministry of Health & Family Welfare) ने इस Double Mutant Variant को “Variant of Concern” (VOC) घोषित नहीं किया है।

05) Can Reinfections of Coronavirus happen again?

Immune System के कमजोर होने पर किसी भी व्यक्ति को Reinfection काफी आसानी से हो सकता है, हालाँकि इसकी संभावना काफी कम मानी जाती है। Transmission में इस नए Double Cross Variant के साथ, कुछ विशेषज्ञों का यह भी मानना ​​है कि जो लोग अतीत में काफी पहले इससे संक्रमित हो चुके हैं, उनको फिर से संक्रमण का सामना करना पड़ सकता हैं।

इस नए तरह के संक्रमण का असर कितना गंभीर या खतरनाक हो सकता है, यह अभी भी अज्ञात ही है।

Double Mutant in Coronavirus
Source: Google

चूंकि इस Double Cross Virus के अंदर आपके Immune System और प्राकृतिक एंटीबॉडी (Natural Antibodies) को पार करने की एक काफी तगड़ी क्षमता है। ऐसे लोग जिनका पिछला संक्रमण से जुड़ा कोई रिकॉर्ड रहा है। ये नया Double Cross Mutant उनको फिर से चपेट में ले सकता है अगर वे सावधान नहीं हैं।

इस Double Mutant Virus में जोखिम उन लोगों के लिए सबसे अधिक है जो COVID-19 के सबसे आसान शिकार हो सकते हैं जिसमें वरिष्ठ नागरिक, कमजोर प्रतिरक्षा तंत्र (Weak Immune System), श्वसन सम्बन्धी  परेशानी वाले लोग और 40 से अधिक की उम्र महिलायें शामिल हैं।

06) How effective would Current Vaccines be?

अभी इस बात के कोई सबूत नहीं है कि Double Mutant के खिलाफ Vaccines पूरी तरह से काम नहीं करेंगी। न ही यह दिखाने के लिए इस समय हमारे पास कोई प्रमाण है कि यह Vaccines अप्रभावी ही होंगी।

vaccination in COVID- 19
Source: Google

चूंकि यह Double Cross Virus हमारे शरीर के प्रतिरक्षा तंत्र (Immune Defence System) को आसानी से तोड़ सकता है, इसलिए यह माना जा रहा है कि अभी जो Vaccines उपलब्ध हैं, वो बड़े पैमाने पर फैलने वाले इस Double Mutant Virus के खिलाफ पूरी तरह से प्रभावी नहीं हो सकती हैं।

बहरहाल, टीकाकरण (Vaccination) अभी भी वायरस के खिलाफ एक अच्छा निवारक उपकरण है। विशेषज्ञ अभी भी लोगों को बड़ी संख्या में टीकाकरण (Vaccination) करवाने का आग्रह कर रहे हैं और वो ज्यादा से ज्यादा इतना ही कर सकते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि टीके (Vaccines) संक्रमण से जुड़ी गंभीरता और मृत्यु दर को कम करने में सफल साबित हुए हैं।

भारत में शुरू हो चुके दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण (Largest Vaccination Program in the World) अभियान के साथ यह उम्मीद है कि कई जोखिम वाले व्यक्ति नए और पुराने सभी Strains या Variant के खिलाफ खुद को सुरक्षित करने में सक्षम होंगे।

Health Science